फूलों के साथ काँटे होते हैं
फूलों में खुश्बू होती है
काँटे तो चुभते रहते हैं.
फूलों की किस्मत होती है
कुछ तो मंदिर चढ़ते हैं
कुछ अर्थी पर रोते हैं
बनते हैं कभी दुल्हन की सेज
तो कभी तवायफ़ के हाथों में
बनके गजरा महकते हैं
कभी घर को सुंदर बनाते हैं
दिलों में खुश्बू फैलाते हैं तो
कभी पैरों की रौंदन होते है
फूलों की किस्मत होती है
कुछ तो मंदिर चढ़ते हैं
कुछ अर्थी पर रोते हैं
बनते हैं कभी दुल्हन की सेज
तो कभी तवायफ़ के हाथों में
बनके गजरा महकते हैं
कभी घर को सुंदर बनाते हैं
दिलों में खुश्बू फैलाते हैं तो
कभी पैरों की रौंदन होते है
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