Thursday, December 4, 2008

कफ़न ख़ुद जल उतहा

कफ़न ख़ुद जल उतहा
लोगोने दर्द हध से बढ़ा दिया
आज वक़्त ने इंसान को
ख़ुदगार्ज़ बना दिया
देख देख के गुनाह दुनिया में
आज खुदा भी शर्मा उठा
कफ़न ख़ुद जल उठा.

जिस बात का उससे डार था
आज तूफ़ान बड़कर सामने आ गया
नोच लिया जिसको भी अपना समझा.
जीवन जहानाम बना दिया.
मासूम की हालत देख
खुदा भी ख़ून रो उठा
कफ़न ख़ुद जल उठा,

ख़ुदगार्ज़ी मैं कभी
भिक जाती है इज़्ज़ात
कभी मजबूरी में
ख़ुदको बिकने पैर
हो जाती मजबूर
देखकर बेबसी इंसान की
तार तार वो हो उठा
कफ़न ख़ुद जल उठा.

लेती है वोह चिता पैर
बचों की चीख सुनती
मरने का ग़म नही उनको
जागीर का हिस्से कहीं कुम है
खंडा देना बेटा भूल देखकर
कफ़न ख़ुद जल उठा
कफ़न ख़ुद जल उठा

12 comments:

Rajeev Nandan Dwivedi kahdoji said...

आपका लेख पढ़कर हम और अन्य ब्लॉगर्स बार-बार तारीफ़ करना चाहेंगे पर ये वर्ड वेरिफिकेशन (Word Verification) बीच में दीवार बन जाता है.
आप यदि इसे कृपा करके हटा दें, तो हमारे लिए आपकी तारीफ़ करना आसान हो जायेगा.
इसके लिए आप अपने ब्लॉग के डैशबोर्ड (dashboard) में जाएँ, फ़िर settings, फ़िर comments, फ़िर { Show word verification for comments? } नीचे से तीसरा प्रश्न है ,
उसमें 'yes' पर tick है, उसे आप 'no' कर दें और नीचे का लाल बटन 'save settings' क्लिक कर दें. बस काम हो गया.
आप भी न, एकदम्मे स्मार्ट हो.
और भी खेल-तमाशे सीखें सिर्फ़ 'ब्लॉग्स पण्डित' पर.

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत सुन्दर रचना है बधाई।

दिगम्बर नासवा said...

अच्छा प्रयास है जीवन को जानने का
भावः पूर्ण कविता

Unknown said...

हिन्दी चिठ्ठा विश्व में आपका हार्दिक स्वागत है, खूब लिखें… शुभकामनायें… एक अर्ज है कि कृपया वर्ड वेरिफ़िकेशन हटा दें, टिप्पणी करने में रुकावट बनती है और इसकी कोई जरूरत भी नहीं है… धन्यवाद…

नीरा said...

आपने बहुत अच्छा लिखा है ।
भावों की अभिव्यक्ति मन को सुकुन पहुंचाती है।
लिखते रहि‌ए लिखने वालों की मंज़िल यही है ।
कविता,गज़ल और शेर के लि‌ए मेरे ब्लोग पर स्वागत है ।
मेरे द्वारा संपादित पत्रिका देखें

रचना जी
आपको अपने बोलग पर देखकर अच लगा.
आपको कविता के भय पसंद आये आपकी आभारी हूँ
आपके ब्लॉग पर ज़रूर आयूंगी
निरा

नीरा said...

हिन्दी ब्लॉगजगत के स्नेही परिवार में इस नये ब्लॉग का और आपका मैं ई-गुरु राजीव हार्दिक स्वागत करता हूँ.

मेरी इच्छा है कि आपका यह ब्लॉग सफलता की नई-नई ऊँचाइयों को छुए. यह ब्लॉग प्रेरणादायी और लोकप्रिय बने.

यदि कोई सहायता चाहिए तो खुलकर पूछें यहाँ सभी आपकी सहायता के लिए तैयार हैं.

शुभकामनाएं !

राजीव जी
आपकी आभारी हूँ आपने इतने आचे शब्दों से हिंदी बोल्गिंग में मेरे ब्लॉग का
स्वागत किया है. मैं ज़र्रूर आपसे मदद लूंगी कोई बात समझ ना आई तोह.
आपके ब्लॉग पर जाकर सीखने की भी कोशिश करूंगी.
आपका बहुत बहुत शुक्रिया
नीरा

नीरा said...

आपका लेख पढ़कर हम और अन्य ब्लॉगर्स बार-बार तारीफ़ करना चाहेंगे पर ये वर्ड वेरिफिकेशन (Word Verification) बीच में दीवार बन जाता है.
आप यदि इसे कृपा करके हटा दें, तो हमारे लिए आपकी तारीफ़ करना आसान हो जायेगा.
इसके लिए आप अपने ब्लॉग के डैशबोर्ड (dashboard) में जाएँ, फ़िर settings, फ़िर comments, फ़िर { Show word verification for comments? } नीचे से तीसरा प्रश्न है ,
उसमें 'yes' पर tick है, उसे आप 'no' कर दें और नीचे का लाल बटन 'save settings' क्लिक कर दें. बस काम हो गया.
आप भी न, एकदम्मे स्मार्ट हो.
और भी खेल-तमाशे सीखें सिर्फ़ 'ब्लॉग्स पण्डित' पर.

राजीव जी
मैंने आपके कहे अनुसार वेरिफिकेशन को ना में बदल दिया है
आशा करती हूँ आब कोई दिकात नहीं आएगी
सुझाव के लिए धन्यवाद
नीरा

नीरा said...

बहुत सुन्दर रचना है बधाई।

परमजित जी
आपको रचना पसंद आई
बहुत बहुत शुक्रिया

नीरा said...

अच्छा प्रयास है जीवन को जानने का
भावः पूर्ण कविता

दिगंबर जी
आपको बहव पसंद आये
धन्यवाद
निरा

नीरा said...

हिन्दी चिठ्ठा विश्व में आपका हार्दिक स्वागत है, खूब लिखें… शुभकामनायें… एक अर्ज है कि कृपया वर्ड वेरिफ़िकेशन हटा दें, टिप्पणी करने में रुकावट बनती है और इसकी कोई जरूरत भी नहीं है… धन्यवाद…

सुरेश जी
आपकी आभारी हूँ आपने इतने आचे शब्दों से हिंदी बोल्गिंग में मेरे ब्लॉग का स्वागत किया है
मैंने आपके कहे अनुसार वेरिफिकेशन को ना में बदल दिया है आशा करती हूँ अब कोई दिकात नहीं आएगी
सुझाव के लिए धन्यवाद.

संगीता पुरी said...

आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है.....आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे .....हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

नीरा said...

आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है.....आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे .....हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

संगीता जी
आप यहाँ आई मुझे बहुत अच लगा
आके स्वागत और शुब्कम्नाओं का बहुत बहुत शुक्रिया.
नीरा